दो स्वैच्छिक परियोजनाओं में शामिल होना, जिसका उद्देश्य किसी संघर्ष या भेद भाव के बिना सम्पूर्ण जगत के उत्थान के लिए हमारी युवा पीढ़ी में इच्छा जागृत करना है।
अधिक जानेइनर पीस की शुरुआत इनर पीस डे के रूप में हुई, जो के 21 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में इनर पीस के लिए विश्वभर मे मनाया गया। इसके पीछे का उद्देश्य विश्व शांति के लिए समर्पित स्कूलों में एक दिन स्थापित करना था, जहां छात्र ध्यान के माध्यम से अपने लिए आंतरिक शांति का अनुभव कर सकते है। दुनिया भर के कुछ सबसे विचलित क्षेत्रों मे शांति के संदेश को फैलाने के लिए मेडिटेट टू रीजनरेट की स्थापना की गई: जैसे की शरणार्थी शिविर, कब्जे वाले क्षेत्र और युद्ध से तबाह हुए स्थान।
जन अहिंसक सविनय भंग आंदोलन के नेता जिन्होंने भारत को स्वतंत्रता दिलाने में मदद की
"अगर हम दुनिया में वास्तविक शांति तक पहुँचना चाहते है, तो हमे बच्चों के साथ शुरुआत करनी होगी।"
संयुक्त राज्य अमेरिका में महत्वपूर्ण और करिश्माई नागरिक अधिकार नेता और कार्यकर्ता
"आप जिस शांति को दुनिया में देखना चाहते हैं, वह खुद बनें!"
सबसे युवा नोबेल पुरस्कार विजेता और बाल कार्यकर्ता जो शांति की खोज और शिक्षा के अधिकार की समर्थक है
"जब पूरी दुनिया चुप हो जाती है, तभ एक आवाज मात्र भी शक्तिशाली हो जाती है।"
दक्षिण अफ्रीकी विरोधी क्रांतिकारी, राजनीतिज्ञ और परोपकार करता। नोबेल शांति पुरस्कार के विजेता
"शांति एक सपना नहीं है: यह वास्तविकता बन सकती है; लेकिन अगर आप इसे रखना चाहते हैं तो आपको उसके लिए वैसे सपने देखने में सक्षम होना चाहिए।"
पूरे विश्व में हजारों छात्र एक साथ शांति का अनुभव कर रहे हैं। आतंरिक शांति के लिए विश्व दिवस पे लगभग 51 देशों मे 3200.000 से अधिक छात्रों की सफलतापूर्वक प्रशंसनीय कोशिश का अनुभव किया है।
हर साल भाग लेने वाले स्कूलों के साथ-साथ भाग लेने वाले देशों की संख्या में वृद्धि हुई है; इस आयोजन ने कई विद्यालयों में स्थायी ध्यान पाठ्यक्रम शुरू करने को चिह्नित किया है। इस व्यापक प्रसार, और स्कूल प्रमुखों और छात्रों की उत्साही प्रतिक्रिया ने अंतर्राष्ट्रीय मीडिया का ध्यान आकर्षित किया है।
21 मार्च को कई यूरोपीय देशों (मुख्य रूप से इटली और रोमानिया) में राष्ट्रीय समाचार कार्यक्रमों द्वारा विश्व शांति दिवस को घोषित किया गया था। दुनिया भर में सैकड़ों घटनाओं मे से, विशेष रूप से रोम में "इस्टिप्टो नाज़ियोनेल सोर्डोमुटी", बधिर विद्यार्थियोंके के लिए संस्थान मे सहजयोगा पाठ्यक्रम, नेपल्स में स्कैमपिया का क्षेत्र, और कीव में शांति प्रदर्शन, जिनकी तस्वीरें न्यूयॉर्क टाइम्स नमक समाचार पत्र मे तकके छपी गयी है का विशेष रूपसे उल्लेख करना आवश्यक है।